हज़रते सय्यिदुना अनस बिन मालिक रदिअल्लाह त'आला अन्हु फरमाते है के इल्म को लिख कर कैद कर लो।
(نوادر الاصول، 265/1)
जब भी कोई ऐसी बात मालूम हो जिसे आप अपनी याददाश्त में महफूज़ करना चाहते हैं तो चाहिए के उसे लिख ले। हमारे बुज़ुर्गो का भी यही तरीका था के अहम बातों को लिख लिया करते थे।
हज़रते सय्यिदुना खलील बिन अहमद अलैहिर्रहमा फरमाते है के मैंने जो कुछ सुना लिख लिया, जो कुछ लिखा वो याद कर लिया, जो कुछ याद किया उससे फायदा उठाया है।
(جامع بیان العلم و فضلہ، ص108)
अ़ब्दे मुस्तफ़ा
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