आगाज़ में ही हम बता देना चाहते हैं कि ये तरीक़ा सिर्फ उन लोगों के लिये है जो गैर शादी शुदा (कुँवारे) हैं।
जिन की शादी हो चुकी है, उन के लिये फिलहाल हमारे पास ऐसा कोई आसान तरीक़ा नहीं है जिस से वो दूसरी शादी कर सकें अलबत्ता अगर वो चाहें तो अपनी बीवी से दूसरी शादी की इजाज़त लेने की कोशिश कर सकते हैं या बिना इजाज़त लिये भी हिम्मत दिखा सकते हैं लेकिन हम इन दोनों में से किसी का मशवरा नहीं देंगे।
ये बात तो पक्की है कि शादी के बाद बीवी से दूसरे निकाह की इजाज़त मिलना नामुमकिन के क़रीब है और अगर बिना इजाज़त दूसरी बीवी ले आये तो फिर क्या होगा, ये आप अच्छी तरह समझ सकते हैं।
जब ये मालूम हो चुका तो अब कुछ ऐसा करना होगा कि साँप भी मर जाये और लाठी भी सलामत रहे यानी एक तीर से दो निशाने और ऐसा वही कर सकते हैं जो कुँवारे हैं।
करना ये है कि शादी तय होने से पहले लड़की वालों के सामने कुछ शराइत (Conditions) रखनी हैं और उन शराइत के साथ कुछ ऑफ़र्स भी होंगे ताकि तराज़ू का कोई पलड़ा भारी ना हो जाये।
सब से पहले ऑफ़र्स की फेहरिस्त (List) देख लीजिये जो आप को लिख कर देनी है :
(1) लड़की वालों से एक रूपये भी नहीं लिया जायेगा।
(2) जहेज़ में क़ीमती समान क़बूल नहीं किये जायेंगे।
(3) इन के इलावा भी किसी क़िस्म की लेन देन की इजाज़त नहीं है।
(4) बरातियों की तादाद 10-20 लोगों के क़रीब होगी।
(5) गाना बजाना, नाचना, आतिश बाज़ी वगैरा पर दोनों तरफ से सख्त पाबंदी होगी।
इन में आप अपने इलाक़े के मुताबिक़ कमी बेशी कर सकते हैं, असल मक़सद है शादी को बिल्कुल आसान करना।
अगर देखा जाये तो ये ऑफ़र्स कोई एहसान नहीं है लेकिन आज कल जिस तरह शादियाँ हो रहीं हैं, ये ऑफ़र्स एहसान -ए- अज़ीम से कम भी नहीं हैं।
इन ऑफ़र्स के साथ जो शराइत रखनी हैं वो ये हैं :
(1) लड़की बुनियादी अक़ाइदो मसाइल का इल्म रखती हो।
(2) अगर लड़का आगे चल कर किसी बेवा औरत या किसी गरीब घराने की लड़की से दूसरी, तीसरी बल्कि चौथी शादी भी करता है तो इस पर लड़की या लड़की के घर वालों को कोई भी एतराज़ नहीं होना चाहिये।
बस इन दो शर्तों पर आप को डटे रहना है, पहली शर्त से फाइदा ये होगा कि लड़की आप की बातों को समझेगी और दूसरी शर्त आप के लिये एक तरह से दूसरी, तीसरी और चौथी शादी का लाईसेन्स है।
मुमकिन है कि इन शराइत के साथ जल्दी रिश्ता तय ना हो लेकिन होगा ज़रूर और जब हो जायेगा तो पहली बीवी से इजाज़त लेने का जो रिस्की प्रोसेस है वो रास्ते में आयेगा ही नहीं।
अब आप जब चाहें दूसरी, तीसरी और चौथी शादी कर सकते हैं, आप को कोई नहीं रोक सकता।
ये इतना भी आसान नहीं होगा लेकिन काफी हद तक मुफीद साबित होगा।
जो लोग चार बीवियों में इंसाफ करने के अहल हैं वो ज़रूर इस पर अमल करें और गरीब, बेवा औरतों का घर बसायें, उन्हें प्यार दें और सवाब के मुस्तहिक़ बनें।
अब्दे मुस्तफ़ा
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